ग्वालियर .खुद को जस्टिस विवेक शर्मा बताकर संभागायुक्त एमबी ओझा से रिवॉल्वर का लाइसेंस बनवाने के लिए

ग्वालियर .खुद को जस्टिस विवेक शर्मा बताकर संभागायुक्त एमबी ओझा से रिवॉल्वर का लाइसेंस बनवाने के लिएसिफारिश करने वाले लैब टेक्नीशियन अजय शंकर त्यागी को क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है। उसने पांच दिन पहले संभागायुक्त को कॉल किया था और छोटे भाई मनीष शर्मा का लाइसेंस बनवाने की सिफारिश की थी। दो दिन बाद वह खुद ही मनीष शर्मा बनकर उनसे मिलने भी पहुंच गया। उसकी बातों से संभागायुक्त को संदेह हुआ तो उन्होंने अपने परिचित न्यायिक अधिकारियों से इस संबंध में बात की। तब सामने आया कि इस नाम के जस्टिस हाईकोर्ट में पदस्थ ही नहीं हैं।


इसके बाद उन्होंने एसपी नवनीत भसीन को जानकारी दी। क्राइम ब्रांच दो दिन तक उसे फॉलो करती रही और शनिवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। गौरतलब है कि हाल ही में ऐसा मामला भोपाल में भी सामने आया था, जिसमें डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया के मप्र सदस्य डॉ. चंद्रेश शुक्ला ने एयरफोर्स के विंग कमांडर कुलदीप वाघेला से राज्यपाल को फर्जी काॅन्फ्रेंस कॉल कराया था।


जांच में खुलासा... कई अफसरों को किया कॉल
पूछताछ में पता लगा है कि उसने कई अधिकारियों को जज बनकर भी उसी नंबर से कॉल किए हैं। इसलिए पुलिस पिछले एक साल की कॉल डिटेल निकाल रही है। मूल रूप से दतिया के मंगरौल का रहने वाला अजय कैंसर हॉस्पिटल में लैब टेक्नीशियन है। उसका छोटा भाई मनीष जेएएच में कंपाउंडर है। वह एक सादा मोबाइल रखता था और इसी नंबर से कॉल करता था।